- प्रयागराज केंद्र पर हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो के. के. सिंह का पुतला दहन किया।
- छात्रों में लगातार रोष बढ़ता जा रहा था क्योंकि छात्र बारिश में भी बाहर ही बैठे थे।
वर्धा/हिंदी विश्वविद्यालय आए दिन किसी न किसी वजह से चर्चा में बना रहता है। बीते एक सप्ताह से महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय केंद्र प्रयागराज पर छात्र मूलभूत सुविधाएं न मिलने को लेकर अनिश्चितकाल धरने पर बैठे हुए थे। लेकिन क्षेत्रीय केंद्र के प्रभारी प्रोफेसर दंगलवार छात्रों से बात तक नहीं करने आए और उल्टा ऑफिस में बैठकर छात्रों पर तानाशाह की तरह फरमान जारी करते रहे। क्या यह सब विश्वविद्यालय के वर्धा मुख्यालय पर बैठे कुलपति प्रोफेसर के. के. सिंह और कुलसचिव प्रोफेसर आनंद पाटील के इशारे पर हो रहा है? क्षेत्रीय केंद्र प्रयागराज पर चल रहे छात्रों के धरने से कुलपति और कुलसचिव, वाकिफ नहीं थे या जानबूझकर इस मामले पर चुप्पी साधे हुए थे। छात्रों में लगातार रोष बढ़ता जा रहा था क्योंकि छात्र बारिश में भी बाहर ही बैठे थे। छात्रों से बात करने पर पता चला कि छात्रों को मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा है पत्रकारिता का कोर्स एक शिक्षक के भरोसे चलाया जा रहा है। स्लेब्स बिना पूरा किए परीक्षा कराई जा रही है। ऐसी ही तमाम समस्याओं को लेकर छात्र एक हफ्ते से धरने पर बैठे हैं। आज कुछ छात्र संगठन इलाहाबाद विश्वविद्यालय से धरने पर बैठे छात्रों को समर्थन देने आए और हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर कृष्ण कुमार सिंह का पुतला दहन किया और कुलपति सहित क्षेत्रीय केंद्र प्रभारी दंगलवार मुर्दाबाद के नारे लगाए। अब देखना होगा कि विश्वविद्यालय प्रशासन क्या कार्यवाही करता है।